सोमवार, 15 अप्रैल 2013

काश हमें भी किसी परी से प्यार हो जाये

काश हमें भी किसी परी से प्यार हो जाये,
चाहे फिर हमारी जिन्दगी ही क्यू ना बेकरार हो जाये....

उसकी यादों में हर पल मैं खोया करूंगा
खुद से भी ज्यादा प्यार मैं उसे किया करूंगा
आज अकेला ही हूँ में एक सितारा, कल चार- चाँद हो जाए
काश हमें भी किसी परी से प्यार हो जाए ...

मैं तनहा ना फिर रहा करूंगा
ना खुद सोऊंगा ना उसे सोने दिया करूंगा
यारा ख्वाबों में ही सही दीदार हो जाये
काश हमें भी किसी परी से प्यार हो जाये ...

दूसरों को देख कर आता है ये खयाल मुझे
क्या मेरा भी सपना कभी पूरा होगा
मुझे चाहने वाला भी क्या कभी दूजा होगा
एक बार जीत जाऊ फिर हार ही क्यों ना हो जाये
काश मुझे भी किसी पारी से प्यार हो जाए ...

हालात ऐसे है के न शौक पूरे होते है, न तवज्जोह किसी बात पर
दोस्तों की माशूक से भी आता है मज़ा हर मुलाक़ात पर
अब नहीं होता है सब्र. हम पर भी कोई बस जान- निशार हो जाये
काश मुझे भी किसी परी से प्यार हो जाये…

किसी ने

चाहत की महफ़िल में बुलाया है किसी ने ..
खुद बुला कर फिर सताया किसी ने .
जब तक जली है शमा जलता रहा परवाना
क्या इस तरह साथ निभाया है किसी ने .
अरमान मेरे चूर चूर हो गए है 
 यूं खिल के आँगन से गिराया है किसी ने।
आग लगी है अन्दर कोई क्या बुझाएगा
दिल इस तरह से आज जलाया है किसी ने .
दिल रोता है रात भर याद कर के किसी को
इस तरह उल्फत में जखम खाया है किसी ने .
संगदिल जो था आज वोह भी रो पाता
आज उस को भी तडपाया है किसी ने .



मंगलवार, 2 अप्रैल 2013

.....ज़िन्दगी क्या है .....

.....ज़िन्दगी क्या है .....

इक सोच जो किसी को समझ ना आई
इक एहसास जो किसी ने नहीं पहचाना 
इक ज़ज्बा जो कोई जुटा ना पाया
इक सपना जो कभी पूरा ना हो पाया 
इक कहानी जो रही हमेशा अधूरी
इक पहेली जो कभी सुलझ न सकी .....
.....फिर भी लोग जिए जा रहे है ....
इस सोच को  सोचने में खोकर 
इस एहसास को जिए जा रहे है ...
भले न जुटा पाए कोई ज़ज्बा 
पर रोज यही सपना जिए जा रहे है ...
कहानी भले ही रहे अधूरी उनकी 
पर पहेली में यूही उलझते जा रहे है ...
....फिर भी लोग जिए जा रहे है .....