गुरुवार, 29 जुलाई 2010

Something from my heart

उनसे रोज़ मिलने को जी चाहता है,
कुछ सुनने सुनाने को जी चाहता है,
किसी के मानाने का अंदाज़ है इतना प्यारा,
की आज फिर रूठ जाने को जी चाहता है
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एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है,
इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है,
उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद,
फिर हर मोड़ पर उसी का इंतज़ार क्यों है...
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तमन्ना बस इतनी ही की उनका प्यार मिले,
इज़हार हम करे और इकरार मिले,
बस एक बार वो कहदे की सोचकर बताएँगे,
फिर चाहे सात जन्मो का इंतज़ार मिले.....
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वो मेरी ज़िन्दगी की जान है,
न जाने क्यों वो इस बात से अनजान है,
वो इस दिल के इतने पास है,
क्यूंकि वो सबसे खास है,
उसके बगैर दिल उदास है मेरा,
पर क्या उसे इस बात का एहसास है?
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AFRAID TO LOOSE YOU

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